We live in a world where emotions are often replaced by expectations, love by benefits, and relationships by convenience. The harsh reality is—people change, promises break, and trust gets shattered. Matlabi Duniya Shayari in Hindi puts this bitter truth into beautiful words that sting, heal, and speak your heart.
Whether you’ve been betrayed by friends, used in love, or broken by the people you once trusted—these shayaris mirror the pain of facing a selfish world.
Matlabi Duniya Shayari on Trust and Betrayal

दुनिया मतलबी नहीं, लोग हैं
दुनिया से नहीं, अब इंसानों से डर लगता है,
क्योंकि सबसे ज़्यादा धोखा अपने ही देते हैं।
भरोसे का मतलब अब बदल गया है
अब लोग भरोसा भी करते हैं मतलब के लिए,
जब काम निकल जाए, पहचानना भी छोड़ देते हैं।
रिश्तों में अब दिल नहीं दिखता
हर रिश्ता अब किसी फायदे का सौदा लगता है,
इंसानियत खो गई है इस मतलबी भीड़ में।
वक़्त बदलते ही लोग भी बदल जाते हैं
जो कल तक जान कह रहे थे,
आज नमस्ते तक नहीं कहते।
अपने भी अब पराए लगते हैं
मतलब की दुनिया ने अपनों का चेहरा भी अजनबी बना दिया।
Shayari on Selfish Friends
दोस्ती अब दिल से नहीं, काम से होती है
वो जो हँसते थे हर खुशी में,
आज मेरे आँसू भी नहीं देख पाते।
मतलबी दोस्त हर गली में मिलेंगे
वो साथ भी देंगे, लेकिन शर्तों के साथ,
जब तक फायदा है, तब तक दोस्ती है।
जिसे भाई कहा, उसी ने धोखा दिया
अब किसी से दोस्ती करने से डर लगता है,
क्योंकि दिल का नहीं, जेब का हाल पूछा जाता है।
साथ तो सब देते हैं,
पर मतलबी लोग मुसीबत में सबसे पहले गायब होते हैं।
जो दोस्त वक्त पर काम ना आए,
वो सिर्फ एक नाम होते हैं, रिश्ता नहीं।
Shayari on Selfish Love
मोहब्बत भी अब मतलब बन गई है
जिसे चाहा वो सिर्फ खेल खेल रहा था,
दिल मेरा टूटा, फायदा उसका हुआ।
प्यार अब दिल से नहीं, जरुरत से होता है
हर किसी को सिर्फ अपना फायदा चाहिए,
किसी को तेरे एहसास से फर्क नहीं पड़ता।
तेरी मोहब्बत भी अब मतलबी लगी
तू तभी पास था, जब तुझे मेरी ज़रूरत थी।
दिल टूटा, पर सबक मिल गया
अब मोहब्बत से पहले इंसान की असलियत देखता हूँ।
तुझे पाने की चाह में खुद को खो दिया
पर तू तो सिर्फ अपने मतलब की तलाश में था।
Shayari on Two-Faced People

दो चेहरों वाले लोग आम हो गए हैं
जो सामने मीठा बोलते हैं,
वो पीछे ज़हर फैलाते हैं।
नकाब अब चेहरों का हिस्सा बन गया है
किसी की बातों पर यकीन करना भी गुनाह लगता है।
मतलबी लोगों की दुनिया रंगीन है
चेहरा मुस्कराता है, पर दिल में चालें होती हैं।
सच्चाई अब कहां बाकी है
हर कोई बस दिखावा करता है,
असली जज़्बात अब किताबों में मिलते हैं।
जो सामने आपके होते हैं,
वो ही सबसे ज़्यादा पीठ पीछे वार करते हैं।
Shayari on Fake Relationships
रिश्ते अब असली नहीं रहे
अब हर रिश्ता दिखावे से शुरू होता है,
और मतलब निकलते ही खत्म।
मोहब्बत नहीं, अब मौका देखा जाता है
जिसे दिल दिया, उसने बस समय पास किया।
रिश्ते निभाना अब बोझ सा लगता है
जब दिल से नहीं, सिर्फ जरूरत से जुड़े हों।
रिश्ते भी अब प्लानिंग का हिस्सा हैं
जिससे फायदा हो, उसी से प्यार जताते हैं।
सच्चा रिश्ता अब दुर्लभ है
हर कोई सिर्फ अपना देखता है,
दूसरे के दर्द की कोई कीमत नहीं।
Two-Line Shayari on Matlabi Duniya
तेरे बिना भी अब जी लेते हैं,
क्योंकि अब किसी पे भरोसा नहीं करते हैं।
हर कोई अच्छा है, जब तक काम पड़ता है,
फिर वही लोग सबसे ज़्यादा बदलते हैं।
मतलबी लोग मुस्कराहट में भी छुपे होते हैं,
चेहरे पर शराफत, दिल में फरेब होता है।
अब किसी के साथ दिल से नहीं जुड़ते,
क्योंकि हर रिश्ता मतलब से जुड़ा होता है।
दुनिया मतलबी नहीं होती,
लोग उसे बना देते हैं।
Shayari on Realizations and Self-Reflection
अब समझ आया, कौन अपना था
वक़्त ने सबसे अच्छे चेहरों को बेनकाब कर दिया।
अकेले रहना बेहतर है
कम से कम तन्हाई मतलबी नहीं होती।
खुद से ज्यादा किसी से उम्मीद नहीं रखते
क्योंकि इंसान अब भरोसे के काबिल नहीं रहा।
अब हर रिश्ता सोच समझकर निभाते हैं
क्योंकि हर कोई दिल तोड़ने वाला बन चुका है।
तजुर्बा कहता है—मतलबी दुनिया में सच्चा रहना मुश्किल है
पर फिर भी हम अपनी इंसानियत नहीं छोड़ते।
Shayari on Choosing Solitude Over Selfish People
अब अकेले रहना सुकून देता है
कम से कम कोई धोखा तो नहीं देता।
मतलबी लोगों से दूरी ही बेहतर है
जो अपने नहीं हो सकते, उनसे क्या रिश्ता?
तन्हा रहना अब मंज़ूर है
झूठे रिश्तों में जीना मंज़ूर नहीं।
कुछ रिश्ते तोड़ देने चाहिए
क्योंकि हर रिश्ता सुकून नहीं देता।
अब खुद से प्यार करना सीख लिया है
दूसरों ने तो सिर्फ मतलब निकाला है।
FAQs About Matlabi Duniya Shayari
What is Matlabi Duniya Shayari?
Matlabi Duniya Shayari is poetry that reflects the pain, betrayal, and disappointment experienced in a selfish and fake world.
Can I use these shayaris for WhatsApp or Instagram status?
Yes, these shayaris are perfect for expressing deep emotions through social media captions or status updates.
Are these shayaris suitable for friendship and love both?
Absolutely. Many of these lines apply to broken friendships, failed relationships, and general experiences with selfish people.
Is it okay to share these shayaris with someone who hurt you?
If it helps you express your emotions, sharing these shayaris can be a healing step—but be mindful of your own peace too.
Can I personalize these shayaris?
Yes! You can modify names or lines to better reflect your own experience. Adding your own feelings makes it more impactful.

